आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "luuTii"
अत्यधिक संबंधित परिणाम "luuTii"
समस्त
शब्दकोश से सम्बंधित परिणाम
अन्य परिणाम "luuTii"
ग़ज़ल
यूँ न लुटी थी गलियों दौलत अपने अश्कों की
रोते हैं तो हम को अपने ग़म-ख़ाने याद आते हैं
हबीब जालिब
ग़ज़ल
मय-ए-गुल-रंग लुटती यूँ दर-ए-मय-ख़ाना वा होता
न पीने की कमी होती न साक़ी से गिला होता
चकबस्त बृज नारायण
नज़्म
जुदाई
वो भैरवीं तिरी बेदारियों की गाई हुई
वो मुस्कुराती हुई लुत्फ़-ए-दीद की सुब्हें