आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "nirmal"
अत्यधिक संबंधित परिणाम "nirmal"
नज़्म
तेरे ख़ुशबू में बसे ख़त
जो भी धारा था उन्हीं के लिए वो बेकल था
प्यार अपना भी तो गँगा की तरह निर्मल था
राजेन्द्र नाथ रहबर
नज़्म
बाज़-गश्त
दवाम-ए-दर्द है वो सुर्ख़ निर्मल रौशनी
लो साँस के सर-चश्मे सूखे हर शिकायत मिट गई
शफ़ीक़ फातिमा शेरा
पृष्ठ के संबंधित परिणाम "nirmal"
शब्दकोश से सम्बंधित परिणाम
अन्य परिणाम "nirmal"
ग़ज़ल
निर्मल नदीम
ग़ज़ल
निर्मल नदीम
नज़्म
मुझे कुछ दैर सोने दो
फ़ज़ा महमेज़ होती है
उसी साअ'त हवा-ए-नीम-शब निर्मल सुरों में गुनगुनाती है
नाज़ बट
ग़ज़ल
बहुत ख़ामोश था दुश्मन मगर बोला तो ये बोला
अरे क्या बात है निर्मल-'नदीम' अच्छी ग़ज़ल कह दी
निर्मल नदीम
ग़ज़ल
चुपके चुपके क्या कहते हैं तुझ से धान के खेत
बोल री निर्मल निर्मल नदिया क्यूँ है चाँद उदास
इरफ़ाना अज़ीज़
ग़ज़ल
मन मंदिर में प्यार की निर्मल जोत जलाए बैठे हैं
नैन बाँवरे पी दर्शन की आस लगाए बैठे हैं