आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "suu-e-chaman"
अत्यधिक संबंधित परिणाम "suu-e-chaman"
ग़ज़ल
इब्न-ए-चमन है तेरी वफ़ाओं पे जाँ-निसार
अपना बना के तू ने मुकम्मल क्या मुझे
अशहद बिलाल इब्न-ए-चमन
ग़ज़ल
अब भी है हम को अहल-ए-चमन बस उन्हीं से प्यार
इस दिल को बार बार दुखाने के बअ'द भी
अशहद बिलाल इब्न-ए-चमन
अन्य परिणाम "suu-e-chaman"
ग़ज़ल
न करे सू-ए-चमन भूल के भी रुख़ हरगिज़
आन कर बुलबुल-ए-गुलज़ार तिरे कूचे में
ज़ैनुल आब्दीन ख़ाँ आरिफ़
ग़ज़ल
न करे सू-ए-चमन भूल के भी रुख़ हरगिज़
आन कर बुलबुल-ए-गुलज़ार तिरे कूचे में