आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "to.Dii"
अत्यधिक संबंधित परिणाम "to.Dii"
ग़ज़ल
उक्ता के हम ने तोड़ी थी ज़ंजीर-ए-नाम-ओ-नंग
अब तक फ़ज़ा में है वही झंकार देखिए
मजरूह सुल्तानपुरी
ग़ज़ल
अक़ील नोमानी
समस्त
शब्दकोश से सम्बंधित परिणाम
अन्य परिणाम "to.Dii"
ग़ज़ल
ये कैसी आग भर कर जाम में पीर-ए-मुग़ाँ रख दी
जो तोड़ी मेहर-ए-साग़र से तो कुछ उट्ठा धुआँ रख दी