आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "vish"
अत्यधिक संबंधित परिणाम "vish"
नज़्म
हिण्डोला
मुझे सँभलने में तो चालीस साल गुज़रे हैं
मेरी हयात तो विश-पान की कथा है नदीम
फ़िराक़ गोरखपुरी
शायरी के अनुवाद
फिर एक उम्र की चाह को विश के घूँट की तरह पी कर
उस के लर्ज़ां हाथ ने मेरा हाथ थाम लिया