आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "yuu.nhii"
अत्यधिक संबंधित परिणाम "yuu.nhii"
समस्त
पुस्तकें के संबंधित परिणाम "yuu.nhii"
अन्य परिणाम "yuu.nhii"
नज़्म
निसार मैं तेरी गलियों के
यूँही हमेशा उलझती रही है ज़ुल्म से ख़ल्क़
न उन की रस्म नई है न अपनी रीत नई
फ़ैज़ अहमद फ़ैज़
नज़्म
इतना मालूम है!
यूँही बे-वज्ह किसी शख़्स को रोका होगा!
इत्तिफ़ाक़न मुझे उस शाम मिरी दोस्त मिली
परवीन शाकिर
नज़्म
दरख़्त-ए-ज़र्द
यूँही बस यूँही 'ज़ेनू' ने यकायक ख़ुद-कुशी कर ली
अजब हिस्स-ए-ज़राफ़त के थे मालिक ये रवाक़ी भी
जौन एलिया
नज़्म
मिरे हमदम मिरे दोस्त!
यूँही गाता रहूँ गाता रहूँ तेरी ख़ातिर
गीत बुनता रहूँ बैठा रहूँ तेरी ख़ातिर