आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "بسایا"
शेर के संबंधित परिणाम "بسایا"
शेर
किस ने बसाया था और उन को किस ने यूँ बर्बाद किया
अपने लहू की बू आती है इन उजड़े बाज़ारों से
वामिक़ जौनपुरी
शेर
दोज़ख़ ओ जन्नत हैं अब मेरी नज़र के सामने
घर रक़ीबों ने बनाया उस के घर के सामने
पंडित दया शंकर नसीम लखनवी
शेर
इक हम हैं कि हम ने तुम्हें माशूक़ बनाया
इक तुम हो कि तुम ने हमें रक्खा न कहीं का