आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "हिसार"
शेर के संबंधित परिणाम "हिसार"
शेर
मैं हिसार-ए-ज़ुल्मत-ए-शब में हूँ जो भटक रहा हूँ गली गली
मुझे तीरगी से गिला नहीं मुझे रौशनी की तलाश है
बशीर महताब
शेर
जब ज़ुल्म हिसार बनाता है तो ख़ौफ़ की सरहद बनती है
जब इश्क़ हिसार बनाता है ज़ंजीर से ख़ुशबू आती है
मुईद रशीदी
शेर
हर शख़्स को फ़रेब-ए-नज़र ने किया शिकार
हर शख़्स गुम है गुम्बद-ए-जाँ के हिसार में