आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "ibrat"
शेर के संबंधित परिणाम "ibrat"
शेर
जब आ जाती है दुनिया घूम फिर कर अपने मरकज़ पर
तो वापस लौट कर गुज़रे ज़माने क्यूँ नहीं आते
इबरत मछलीशहरी
शेर
मंज़िल-ए-इबरत है दुनिया अहल-ए-दुनिया शाद हैं
ऐसी दिल-जमई से होती है परेशानी मुझे
चकबस्त बृज नारायण
शेर
दुनिया के इस इबरत-ख़ाने में हालात बदलते रहते हैं
जो लोग थे कल मशहूर-ए-जहाँ हैं आज वही गुमनामी में
मुहम्मद अय्यूब ज़ौक़ी
शेर
उन सफ़ीनों की तबाही में है इबरत का सबक़
जो किनारे तक पहुँच कर नज़्र-ए-तूफ़ाँ हो गए
महफूजुर्रहमान आदिल
शेर
यहाँ हर आने वाला बन के इबरत का निशाँ आया
गया ज़ेर-ए-ज़मीं जो कोई ज़ेर-ए-आसमाँ आया