आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "raabit"
शेर के संबंधित परिणाम "raabit"
शेर
अब अपनी हक़ीक़त भी 'साग़र' बे-रब्त कहानी लगती है
दुनिया की हक़ीक़त क्या कहिए कुछ याद रही कुछ भूल गए
साग़र सिद्दीक़ी
शेर
बस इतना रब्त काफ़ी है मुझे ऐ भूलने वाले
तिरी सोई हुई आँखों में अक्सर जागता हूँ मैं