आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "ruKHsat-e-naala"
शेर के संबंधित परिणाम "ruKHsat-e-naala"
शेर
इतनी फ़ुर्सत दे कि रुख़्सत हो लें ऐ सय्याद हम
मुद्दतों इस बाग़ के साये में थे आज़ाद हम
मज़हर मिर्ज़ा जान-ए-जानाँ
शेर
रुख़्सत-ए-चश्म-ए-तमाशा का है मातम वर्ना
इक ख़लिश पहलू में रहती थी जहाँ आज भी है
इम्तियाज़ अहमद क़मर
शेर
गोश-ए-मुश्ताक़-ए-सदा-ए-नाला-ए-दिल अब कहाँ
शेर अगर दिल के लहू में डूब कर निकले तो क्या
ज़ियाउद्दीन अहमद शकेब
शेर
वहशत-ए-दुनिया-गज़ीदा अब हैं ज़ात-ओ-काएनात
शरह-ए-नाला गिर्या-ए-एहसास-ओ-जाँ कैसे करूँ