आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "silsile"
शेर के संबंधित परिणाम "silsile"
शेर
सुनते हैं इश्क़ नाम के गुज़रे हैं इक बुज़ुर्ग
हम लोग भी फ़क़ीर उसी सिलसिले के हैं
फ़िराक़ गोरखपुरी
शेर
फिर आई ज़ुल्फ़-ए-मुसलसल की लहर पेश-ए-नज़र
फिर इक जुनूँ के नए सिलसिले हुए दिल में
मुसहफ़ी ग़ुलाम हमदानी
शेर
हम अपने घर में भी अब बे-सर-ओ-सामाँ से रहते हैं
हमारे सिलसिले ख़ाना-ख़राबों से निकल आए
ख़ुशबीर सिंह शाद
शेर
दिलों के मेल से आगे लबों के सिलसिले सारे
जो लब ख़ामोश होते हैं तो आँखें बात करती हैं
फ़रहान हनीफ़ वारसी
शेर
हमें तो साँस भी लेने की फ़ुर्सतें न रहीं
किसी की याद के मुँह-ज़ोर सिलसिले हैं बहुत