आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "ریت"
शेर के संबंधित परिणाम "ریت"
शेर
कभी मौज-ए-ख़्वाब में खो गया कभी थक के रेत पे सो गया
यूँही उम्र सारी गुज़ार दी फ़क़त आरज़ू-ए-विसाल में
असअ'द बदायुनी
शेर
जल्वा-नुमाई बेपरवाई हाँ यही रीत जहाँ की है
कब कोई लड़की मन का दरीचा खोल के बाहर झाँकी है