आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "باغبانی"
ग़ज़ल के संबंधित परिणाम "باغبانی"
ग़ज़ल
ये दोराहा है चलो तुम रंग-ओ-बू की खोज में
हम चले सहरा-ए-दिल की बाग़बानी के लिए
सज्जाद बाक़र रिज़वी
ग़ज़ल
अज़ीज़ान-ए-वतन को ग़ुंचा ओ बर्ग ओ समर जाना
ख़ुदा को बाग़बाँ और क़ौम को हम ने शजर जाना
चकबस्त बृज नारायण
ग़ज़ल
मिरी तुझ से क्या है निस्बत मिरा तुझ से वास्ता क्या
तू हरीस-ए-लाला-ओ-गुल मैं फ़िदा-ए-बाग़बानी
अख़तर मुस्लिमी
ग़ज़ल
गुल-रुख़ाँ का आब-ओ-रंग देखने से मेरे है
हुस्न की गुलिस्ताँ की मुझ को बाग़बानी है