आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "بلی"
ग़ज़ल के संबंधित परिणाम "بلی"
ग़ज़ल
बहर-ए-नज़्ज़ारा चला है कूचा-ए-क़ातिल में 'दाग़'
किस बला का है कलेजा किस ग़ज़ब का दीदा है
दाग़ देहलवी
ग़ज़ल
हिदायतुल्लाह
ग़ज़ल
पकड़ मिज़्गाँ के पंजे सूँ मरोड़ा यूँ मिरे दिल को
तिरी ज़ोर-आवरी में आज रुस्तम हैं बली अँखियाँ
आबरू शाह मुबारक
ग़ज़ल
हमारे पालतू तोते को बिल्ली कर गई ज़ख़्मी
मिरे बच्चों की इस ग़म ने शरारत रोक रक्खी है