आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "بچائے"
ग़ज़ल के संबंधित परिणाम "بچائے"
ग़ज़ल
मस्त नज़रों से अल्लाह बचाए मह-जमालों से अल्लह बचाए
हर बला सर पे आ जाए मेरी हुस्न वालों से अल्लह बचाए
अज्ञात
ग़ज़ल
तू बचाए लाख दामन मिरा फिर भी है ये दावा
तिरे दिल में मैं ही मैं हूँ कोई दूसरा नहीं है