aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere
परिणाम "بے_زبانوں"
ज़बाँ है मगर बे-ज़बानों में हैनसीहत कोई उस के कानों में है
बे-ज़बानों की कहानी की ज़बाँ होते रहेहम तो यारो बारहा अश्क-ए-रवाँ होते रहे
बे-ज़बानों को भी गोयाई सिखाना चाहिएकलिमा अंगुश्त-ए-शहादत को पढ़ाना चाहिए
बे-ज़बानों से बात करनी थीकाम लेना पड़ा इशारों से
कर शिकायत न बे-ज़बानों कीनुत्क़ वाले हुए हैं जब गूँगे
क्या हुए टूटे दिलों के ज़मज़मेबे-ज़बानों की ज़बानें क्या हुईं
ख़ामुशी था ज़बान वालों कीबे-ज़बानों की अब सदा हूँ मैं
उग पड़े बाँझ धरतियों से गुलाबबोल उठे लोग बे-ज़बानों में
जब ज़बाँ वाले बे-वफ़ा निकलेबे-ज़बानों से दोस्ती कर ली
ये कमाल-ए-सुख़न है ऐ 'नादिम'बे-ज़बानों से गुफ़्तुगू करना
बे-ज़बानों को भी आई है ज़बाँबेड़ी ग़ुल करती है दीवाना चला
बे-ज़बानों को भी आई है ज़बाँबेड़ी ग़ुल करती है दीवाना चला
ज़बाँ वाले भी काश समझें कभीवो दुख दर्द जो बे-ज़बानों में हैं
एक बुत ने दिया न हम को जवाबबे-ज़बानों की हिन्द बस्ती है
हम ज़मीं पर आसमाँ बन कर रहेबे-ज़बानों की ज़बाँ बन कर रहे
ये बे-ज़बानों की महफ़िल है दोस्त याद रहेयहाँ ख़मोशी का मतलब ज़बान देना है
जो सब चुप-चाप सह लेते हैं सदमेवो इन सब बे-ज़बानों की ज़बाँ था
बे-ज़बानों की रिफ़ाक़त भी मयस्सर कर लीबोलिए आप का मंज़ूर-ए-नज़र हो जाऊँ
किस इशारे ने इज़्न-ए-तकल्लुम दियाबे-ज़बानों का ज़ौक़-ए-सुख़न जाग उठा
Devoted to the preservation & promotion of Urdu
A Trilingual Treasure of Urdu Words
Online Treasure of Sufi and Sant Poetry
World of Hindi language and literature
The best way to learn Urdu online
Best of Urdu & Hindi Books