आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "خون"
ग़ज़ल के संबंधित परिणाम "خون"
ग़ज़ल
न तन में ख़ून फ़राहम न अश्क आँखों में
नमाज़-ए-शौक़ तो वाजिब है बे-वुज़ू ही सही
aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere
परिणाम "خون"
न तन में ख़ून फ़राहम न अश्क आँखों में
नमाज़-ए-शौक़ तो वाजिब है बे-वुज़ू ही सही
Jashn-e-Rekhta 10th Edition | 5-6-7 December Get Tickets Here