आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "دھوبی"
ग़ज़ल के संबंधित परिणाम "دھوبی"
ग़ज़ल
ज़ेब-ए-तन वाइ'ज़ के देखी है क़बा-ए-ज़र-निगार
सर पे अमामा है इक धोबी के गट्ठर की तरह
शौक़ बहराइची
ग़ज़ल
नई चंदरिया फटी गडरिया सब धोबी के घाट पे जाए
सब के मैल को इक पानी से धोने वाला होता है
ख़लील-उर-रहमान आज़मी
ग़ज़ल
धोए हैं धोबी ने दरिया में जो कपड़े यार के
आज कोसों तक मोअ'त्तर दामन-ए-साहिल हुआ
इमाम बख़्श नासिख़
ग़ज़ल
मग़रिब मुझे खींचे है तो रोके मुझे मशरिक़
धोबी का वो कुत्ता हूँ कि जो घाट न घर का
अब्दुल अज़ीज़ ख़ालिद
ग़ज़ल
फ़न्न-ए-कश्ती में क़यामत है वो बुत ग़ाज़िर का
धूम देता है मचा आवे है जब धोबी पाट
मुसहफ़ी ग़ुलाम हमदानी
ग़ज़ल
दरिया पे तू नहाने जाया न कर कि नादाँ
वाँ घात में हैं तेरी कई धोबी पाट वाले
मुसहफ़ी ग़ुलाम हमदानी
ग़ज़ल
ख़ामोश अँधेरी रातों में जब सारी दुनिया सूती है
इक हिज्र का मारा रोता है और शबनम आँसू धोती है