आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "غضب"
ग़ज़ल के संबंधित परिणाम "غضب"
ग़ज़ल
ग़ज़ब है 'दाग़' के दिल से तुम्हारा दिल नहीं मिलता
तुम्हारा चाँद सा चेहरा मह-ए-कामिल से मिलता है
दाग़ देहलवी
ग़ज़ल
ग़ारत-ए-रोज़-ओ-शब तो देख वक़्त का ये ग़ज़ब तो देख
कल तो निढाल भी था मैं आज निढाल भी नहीं
जौन एलिया
ग़ज़ल
बहादुर शाह ज़फ़र
ग़ज़ल
अदब है मैं जो झुकाए हुए हूँ आँख अपनी
ग़ज़ब है तुम जो न देखो नज़र उठा के मुझे