आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "مرہون"
ग़ज़ल के संबंधित परिणाम "مرہون"
ग़ज़ल
पूछ मत रुस्वाई-ए-अंदाज़-ए-इस्तिग़ना-ए-हुस्न
दस्त मरहून-ए-हिना रुख़्सार रहन-ए-ग़ाज़ा था
मिर्ज़ा ग़ालिब
ग़ज़ल
मिटा दिया उन्हें ख़ुद वक़्त के तक़ाज़ों ने
जो लोग वक़्त के मरहून-ए-इल्तिफ़ात रहे
अमीर अहमद ख़ुसरव
ग़ज़ल
ये हक़ परस्तियाँ मिरी मरहून-ए-कुफ़्र हैं
ये दिन तो फ़ैज़-ए-सोहबत-ए-बातिल से आए हैं
अलीम उस्मानी
ग़ज़ल
तिश्नगी मिट न सकी काम-ओ-दहन की 'फ़ारिग़'
ज़िंदगी मुफ़्त में मरहून-ए-ख़राबात हुई