आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "پوشش"
ग़ज़ल के संबंधित परिणाम "پوشش"
ग़ज़ल
ऐ शजर-ए-हयात-ए-शौक़ ऐसी ख़िज़ाँ-रसीदगी
पोशिश-ए-बर्ग-ओ-गुल तो क्या जिस्म पे छाल भी नहीं
जौन एलिया
ग़ज़ल
जिस तरह से कि काबे पे है पोशिश-ए-सियाह
इस तरह इस सनम के है रुख़ पर ग़िलाफ़-ए-ज़ुल्फ़
बहादुर शाह ज़फ़र
ग़ज़ल
लिबास-ए-मर्द-ए-मैदाँ जौहर-ए-ज़ाती किफ़ायत है
नहीं पिरोए पोशिश मा'रके में तेग़-ए-उर्यां को
मीर तक़ी मीर
ग़ज़ल
पोशिश-ए-का'बा से क्या कम है अगर दिल पर है
चाहिए मेरे गरेबाँ का हर इक तार बिके
क़ुर्बान अली सालिक बेग
ग़ज़ल
आए सियाह-दिल हैं रक़ीबों के उस पे 'मेहर'
पोशिश में है अबस हरम-ए-एहतिराम-ए-ज़ुल्फ़
अब्दुल्ल्ला ख़ाँ महर लखनवी
ग़ज़ल
हर्फ़ पर्दा-पोश थे इज़हार-ए-दिल के बाब में
हर्फ़ जितने शहर में थे हर्फ़-ए-ला होते गए