आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "तिलिस्म-ए-रमक़"
ग़ज़ल के संबंधित परिणाम "तिलिस्म-ए-रमक़"
ग़ज़ल
तिलिस्म-ए-शम्स-ओ-नुजूम-ओ-क़मर से गुज़रे हैं
दयार-ए-हुस्न की हर रहगुज़र से गुज़रे हैं
नईम हामिद अली
ग़ज़ल
टूटता कैसे तिलिस्म-ए-क़ैद-ओ-बंद-ए-हर्फ़-ओ-लफ़्ज़
वो इशारा नुस्ख़ा-ए-जादू-बयानी दे गया