आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "फ़ुर्सत-ए-नामा-ओ-पयाम"
ग़ज़ल के संबंधित परिणाम "फ़ुर्सत-ए-नामा-ओ-पयाम"
ग़ज़ल
पयाम फ़तेहपुरी
ग़ज़ल
पयाम फ़तेहपुरी
ग़ज़ल
ज़िंदगी से हैं इबारत तिरे अशआ'र 'पयाम'
तेरे नग़्मों में धड़कता है दिल-ए-कौन-ओ-मकाँ
पयाम फ़तेहपुरी
ग़ज़ल
प्यार की सारी गुफ़्तुगू अब वो करे है फ़ोन पर
और फिरे है नामा-बर नाम ओ पयाम के बग़ैर
सरफ़राज़ शाहिद
ग़ज़ल
ये क्या कि फ़ुर्क़त-ए-पैहम ही ज़िंदगी बन जाए
कभी तो राह-ए-सलाम-ओ-पयाम भी निकले