aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere
परिणाम "लहू-लुहान"
लहू-लुहान था मंज़र हवा शिकस्ता थीहमारे चारों तरफ़ इक अजीब दुनिया थी
लहू-लुहान सा मंज़र हमारी आँख में हैहमारा जलता हुआ घर हमारी आँख में है
लहू-लुहान था शाख़-ए-गुलाब काट के वोहुआ हलाक चटानों के ख़्वाब काट के वो
लहू-लुहान पड़ा था ज़मीं पर इक सूरजपरिंदे अपने परों से हवाएँ करने लगे
हमारे शहर की बीनाइयों पे रोते हैंतमाम शहर के मंज़र लहू-लुहान पड़े
दिल के सज्दे लहू-लुहान हुएकिन दुआओं ने बेड़ा पार किया
मेरे अंदर लहू-लुहान है हक़कोई कर्बल सी दास्ताँ हूँ मैं
लहू-लुहान जो रस्ते हुए मोहब्बत केहम आसमाँ पे चले कहकशाँ बनाते हुए
जुनूँ न कहिए इसे ख़ुद-अज़िय्यती कहिएबदन तमाम हुआ है लहू-लुहान मिरा
लहू-लुहान शहीदों से शर्मसार वो दिनवो बीबियों के खुले सर की रात शर्मिंदा
लहू-लुहान तो कोई नज़र नहीं आतालहू में डूबी मगर सब की उँगलियाँ देखूँ
खड़ी है फिर कोई दीवार मेरे रस्ते मेंलहू-लुहान मैं फिर से जबीं निकालता हूँ
सोचें भी आज-कल हैं ये मेरी लहू-लुहानजैसे दरिंदा भाग गया चीर फाड़ के
गिला नहीं है जो उस ने मुझे न पहचानालहू-लुहान मिरी ज़िंदगी का चेहरा था
गुमाँ न था कि लिफ़ाफ़े में ख़त के बदले वोलहू-लुहान तड़पती ज़बान रख देगा
समेटना न सर-ए-राह ख़्वाब की किर्चेंलहू-लुहान कभी अपने हाथ मत करना
ताइर लहू-लुहान है ख़्वाब-ओ-ख़याल काये है हमारे ख़्वाब की ता'बीर देखिए
ये क्या कि फिर भी जिस्म है अपना लहू-लुहानआता हुआ कहीं से न पत्थर दिखाई दे
लहू-लुहान गुलों को बहुत किया जिस नेगई बहार तो वो ताइर-ए-हवस भी गया
आँखें लहू-लुहान थीं चेहरे भी थे मलालइस तरह दीदनी था वो सोला-बरस कि बस
Devoted to the preservation & promotion of Urdu
A Trilingual Treasure of Urdu Words
Online Treasure of Sufi and Sant Poetry
World of Hindi language and literature
The best way to learn Urdu online
Best of Urdu & Hindi Books