आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "लिबास-ए-वादी"
ग़ज़ल के संबंधित परिणाम "लिबास-ए-वादी"
ग़ज़ल
इब्न-ए-इंशा
ग़ज़ल
'फ़ज़ा' तुझी को ये सफ़्फ़ाकी-ए-हुनर भी मिली
इक एक लफ़्ज़ को यूँ बे-लिबास कर जाना
फ़ज़ा इब्न-ए-फ़ैज़ी
ग़ज़ल
मयस्सर हो तो क़द्रे लुत्फ़ भी नेमत है याँ यारो
किसी का वादा-ए-ऐश-ए-दवाम अच्छा नहीं लगता