आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "Daaliye"
ग़ज़ल के संबंधित परिणाम "Daaliye"
ग़ज़ल
दौर-ए-पेशीं की तरह फिर डालिए सीने में ज़ख़्म
ज़ख़्म की लज़्ज़त से फिर तय्यार मरहम कीजिए
जोश मलीहाबादी
ग़ज़ल
मर गया है कोई मुझ में उस पे मिट्टी डालिए
अपनी सारी ख़्वाहिशों को ढेर कर आया हूँ मैं
एजाज़ुलहक़ शहाब
ग़ज़ल
उन के अंदाज़-ए-मोहब्बत पर नज़र तो डालिए
ख़त मुझे वो भेजते हैं लिख के बेगाने का नाम
ख़ुर्शीद अलीग
ग़ज़ल
'इंशा' ख़ुदा के फ़ज़्ल पे रखिए निगाह और
दिन हँस के काट डालिए हिम्मत न हारिए