आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "KHaana-badoshii"
ग़ज़ल के संबंधित परिणाम "KHaana-badoshii"
ग़ज़ल
शमशाद शाद
ग़ज़ल
मैं तो इस ख़ाना-बदोशी में भी ख़ुश हूँ लेकिन
अगली नस्लें तो न भटकें उन्हें घर भी देना
aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere
परिणाम "KHaana-badoshii"
मैं तो इस ख़ाना-बदोशी में भी ख़ुश हूँ लेकिन
अगली नस्लें तो न भटकें उन्हें घर भी देना