आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "Naagaah"
ग़ज़ल के संबंधित परिणाम "naagaah"
ग़ज़ल
ख़त उस काफ़िर ने क़त्ल-ए-आम का फ़रमाँ निकाला है
मुसलमानो पनाह उस आफ़त-ए-नागाह से माँगो
aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere
परिणाम "Naagaah"
ख़त उस काफ़िर ने क़त्ल-ए-आम का फ़रमाँ निकाला है
मुसलमानो पनाह उस आफ़त-ए-नागाह से माँगो
Jashn-e-Rekhta 10th Edition | 5-6-7 December Get Tickets Here