आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "baa-vaqaar"
ग़ज़ल के संबंधित परिणाम "baa-vaqaar"
ग़ज़ल
दीवान-ए-बे-नुक़त से है तेरा 'वक़ार-हिल्म'
कहती है अहल-ए-फ़न से ये गौहर-ब-कफ़ हवा
वक़ार हिल्म सय्यद नगलवी
ग़ज़ल
क्यूँ न गुज़रे दम-ब-दम बुलबुल का परचा ऐ 'वक़ार'
रखता है बाद-ए-सबा का बाग़ में हरकारा गुल
किशन कुमार वक़ार
ग़ज़ल
बा-वक़ार लहजे में पुर-असर कहा जाए
दिल का हाल कुछ भी हो मुख़्तसर कहा जाए