आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "bagair-e-yak-dil-e-be-mudda.aa"
ग़ज़ल के संबंधित परिणाम "bagair-e-yak-dil-e-be-mudda.aa"
ग़ज़ल
रहे दुनिया में महकूम-ए-दिल-ए-बे-मुद्दआ हो कर
ख़ुशा-अंजाम उट्ठे भी तो महरूम-ए-दुआ हो कर
यगाना चंगेज़ी
ग़ज़ल
मैं कजकोल-ए-दिल-ए-बे-मुद्दआ ले कर कहाँ जाऊँ
ये पैग़ाम-ए-तलब क्यूँ ऊँची ऊँची बारगाहों से
आरज़ू लखनवी
ग़ज़ल
सीने में याँ कोई दिल-ए-बे-मुद्दआ नहीं
हाँ चुप हूँ इस लिए कि भलाई का वक़्त है