आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "bahr-e-mohabbat"
ग़ज़ल के संबंधित परिणाम "bahr-e-mohabbat"
ग़ज़ल
दाग़ों में उस के दाग़-ए-मोहब्बत की बू कहाँ
लाले के फूल हम से मुक़ाबिल हुए तो क्या
इमदाद अली बहर
ग़ज़ल
बीमार-ए-मोहब्बत हैं हम तारिक-ए-राहत हैं
ना-वाक़िफ़-ए-सेहत हैं दरमाँ किसे कहते हैं