आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "bandish-e-mazmuu.n"
ग़ज़ल के संबंधित परिणाम "bandish-e-mazmuu.n"
ग़ज़ल
ग़ुबार भट्टी
ग़ज़ल
हिज्र की शब फ़िक्र-ए-मज़मून-ए-रुख़-ए-पुर-नूर है
लिख रहा हूँ मैं बयाज़-ए-सुब्ह-ए-महशर का जवाब
रासिख़ दहलवी
ग़ज़ल
बंदिश-ए-अल्फ़ाज़ ही से शाइरी होती नहीं
सिर्फ़ जी लेने से जैसे ज़िंदगी होती नहीं
अख़्तर हुसैन शाफ़ी
ग़ज़ल
'नसीम' दुज़दी-ए-मज़मूँ न छोड़ेंगे शोअरा
अगरचे शहर का तब्दील कोतवाल हुआ