आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "bil"
ग़ज़ल के संबंधित परिणाम "bil"
ग़ज़ल
उस की याद की बाद-ए-सबा में और तो क्या होता होगा
यूँही मेरे बाल हैं बिखरे और बिखर जाते होंगे
जौन एलिया
ग़ज़ल
मिरे लिए तो है इक़रार-ए-बिल-लिसाँ भी बहुत
हज़ार शुक्र कि मुल्ला हैं साहिब-ए-तसदीक़
अल्लामा इक़बाल
ग़ज़ल
मिलने को मिलेगा बिल-आख़िर ऐ 'अर्श' सुकून-ए-साहिल भी
तूफ़ान-ए-हवादिस से लेकिन बच जाए सफ़ीना मुश्किल है
अर्श मलसियानी
ग़ज़ल
इब्न-ए-इंशा
ग़ज़ल
कहाँ तक ख़त्म रहता दरमियाँ पर दिल का अफ़्साना
बिल-आख़िर दरमियाँ से इब्तिदा करने का वक़्त आया
शकील बदायूनी
ग़ज़ल
बिल-आख़िर थक हार के यारो हम ने भी तस्लीम किया
अपनी ज़ात से इश्क़ है सच्चा बाक़ी सब अफ़्साने हैं
इब्न-ए-सफ़ी
ग़ज़ल
शे'र ग़ैरों के उसे मुतलक़ नहीं आए पसंद
हज़रत-ए-'अकबर' को बिल-आख़िर तलब करना पड़ा
अकबर इलाहाबादी
ग़ज़ल
हरीफ़ों पर ख़ज़ाने हैं खुले याँ हिज्र-ए-गेसू है
वहाँ पे बिल है और याँ साँप का भी बिल नहीं मिलता