आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "fariiza"
ग़ज़ल के संबंधित परिणाम "fariiza"
ग़ज़ल
अब न वो मैं न वो तू है न वो माज़ी है 'फ़राज़'
जैसे दो शख़्स तमन्ना के सराबों में मिलें
अहमद फ़राज़
ग़ज़ल
चाहूँ तो मस्लहत को फ़रीज़ा क़रार दूँ
पर क्या करूँ कि सुन्नत-ए-अज्दाद और है
मोहम्मद इफ़तिख़ारुल हक़ समाज
ग़ज़ल
नमाज़ तो है फ़रीज़ा-ए-रब नमाज़ पढ़ कर दुआ न माँगो
दुआ ख़ुदा से मुतालबा है मुतालबा इल्तिजा नहीं है
इफ़्तिख़ार अहमद सिद्दीक़ी
ग़ज़ल
हम अहल-ए-क़लम उस को समझते हैं फ़रीज़ा
सच्चाई को अल्फ़ाज़ में ज़म करते रहेंगे