आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "garaj"
ग़ज़ल के संबंधित परिणाम "garaj"
ग़ज़ल
गरज-बरस प्यासी धरती पर फिर पानी दे मौला
चिड़ियों को दाने बच्चों को गुड़-धानी दे मौला
निदा फ़ाज़ली
ग़ज़ल
अब की बारिश में न रह जाए किसी के दिल में मैल
सब की गगरी धो के भर दे ऐ घटा बरसात की
नज़ीर बनारसी
ग़ज़ल
गरज रहा है बादल घन-घन माशा-अल्लाह माशा-अल्लाह
बजती है उस की पायल झन-झन माशा-अल्लाह माशा-अल्लाह
बर्क़ी आज़मी
ग़ज़ल
जिस को समझ रहे हैं वो बादल की इक गरज
फ़रियाद दर्दनाक किसी ख़स्ता-जाँ की है