आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "ghaneraa"
ग़ज़ल के संबंधित परिणाम "ghaneraa"
ग़ज़ल
दर्द घनेरा हिज्र का सहरा घोर अंधेरा और यादें
राम निकाल ये सारे रावन मेरी राम कहानी से
सय्यद सरोश आसिफ़
ग़ज़ल
मुझे बहुत तेज़ धूप दरकार है मोहब्बत के इस सफ़र में
कभी कहीं सर पे साया करने कोई घनेरा शजर न आए
अलीना इतरत
ग़ज़ल
घनेरा हो शजर कितना नहीं शादाब गर शाख़ें
तो इन शाख़ों पे फिर आना परिंदा छोड़ जाता है
लक्ष्मण शर्मा वाहिद
ग़ज़ल
जब चारों-ओर अँधेरा था सच कम था झूट घनेरा था
दरिया से बड़े इक शख़्स का इक दरिया के किनारे डेरा था
सईद अहमद अख़्तर
ग़ज़ल
अभी जवानी है मय-कदे पर अभी तो बादल भी है घनेरा
अभी तो ज़िंदा है हुस्न साक़ी अभी सलामत है इश्क़ मेरा
अफ़सर आज़री
ग़ज़ल
छोटी छोटी बूंदों ही से ताल-तलैयाँ बन जाती हैं
छोटे छोटे फल वाला ही देखा पेड़ घनेरा बाबा
शम्स रम्ज़ी
ग़ज़ल
रुख़-ए-महबूब की ज़ुल्फ़ों का घनेरा बादल
ये घटा प्यार के क़ाबिल कभी ऐसी तो न थी