आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "gumaan-e-bad"
ग़ज़ल के संबंधित परिणाम "gumaan-e-bad"
ग़ज़ल
गुमान-ए-बद ग़लत राह-ए-तलब के ज़र्रा ज़र्रा पर
क़दम क्यूँकर उठें अपने ही दिल से बद-गुमानी है
नज्म आफ़न्दी
ग़ज़ल
गुमान-ए-बद न कर ऐ मोहतसिब रिंदों की हालत पर
कि हो कर चाक-दामन पाक-दामानी नहीं जाती
मुमताज़ अहमद ख़ाँ ख़ुशतर खांडवी
ग़ज़ल
इब्न-ए-इंशा
ग़ज़ल
आह को बाद-ए-सबा दर्द को ख़ुशबू लिखना
है बजा ज़ख़्म-ए-बदन को गुल-ए-ख़ुद-रू लिखना
फ़ज़ा इब्न-ए-फ़ैज़ी
ग़ज़ल
मुद्दतों के बाद फिर कुंज-ए-हिरा रौशन हुआ
किस के लब पर देखना हर्फ़-ए-दुआ रौशन हुआ
फ़ज़ा इब्न-ए-फ़ैज़ी
ग़ज़ल
और बा-मा'नी हुआ तश्कीक का पिछ्ला निसाब
क्या कहूँ अहल-ए-यकीं ने क्या गुमाँ पर लिख दिया
फ़ज़ा इब्न-ए-फ़ैज़ी
ग़ज़ल
मुझे तो चश्म-ए-गुरेज़ाँ भी इल्तिफ़ात लगी
तिरे सितम पे भी ईसार का गुमाँ गुज़रा