आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "haveli ke andar rama mehta ebooks"
ग़ज़ल के संबंधित परिणाम "haveli ke andar rama mehta ebooks"
ग़ज़ल
चल रहा है जो यहाँ तू बड़े पिंदार के साथ
सर न आ जाए ज़मीं पर कहीं दस्तार के साथ
फ़य्याजुद्दीन साइब
ग़ज़ल
ख़्वाब जो देखे झूटे निकले कुछ न मिला ताबीरों में
दिल अब किस को ढूँड रहा है एल्बम की तस्वीरों में
इंद्र मोहन मेहता कैफ़
ग़ज़ल
अलावा इक चुभन के क्या है ख़ुद से राब्ता मेरा
बिखर जाता है मुझ में टूट के हर आईना मेरा
अज़ीज़ बानो दाराब वफ़ा
ग़ज़ल
हर एक दौर में इंसाँ की बूद-ओ-बाश मिली
किसी ज़मीं को भी खोदा तो मेरी लाश मिली