आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "kamaan-e-abruu-e-maulaa"
ग़ज़ल के संबंधित परिणाम "kamaan-e-abruu-e-maulaa"
ग़ज़ल
दिल चढ़ा मुश्किल से ताक़-ए-अबरू-ए-ख़मदार पर
सौ जगह रस्ते में जब ज़ुल्फ़-ए-रसा पकड़ी गई
परवीन उम्म-ए-मुश्ताक़
ग़ज़ल
मर्द-ए-मैदान-ए-मोहब्बत है तो ऐ रुस्तम निकल
कुछ सकत हो तो कमान-ए-अबरू-ए-ख़मदार खींच