आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "kaniiz"
ग़ज़ल के संबंधित परिणाम "kaniiz"
ग़ज़ल
सायों की ज़द में आ गईं सारी ग़ुलाम-गर्दिशें
अब तो कनीज़ के लिए राह-ए-फ़रार भी नहीं
ग़ुलाम मोहम्मद क़ासिर
ग़ज़ल
बिखरे जब ख़्वाब तो हालात ने रोने न दिया
उम्र भर ग़ैरत-ए-जज़्बात ने रोने न दिया
कनीज़ फ़ातिमा किरण
ग़ज़ल
ग़ुलाम की रोज़ ओ शब ग़ुलामी में क्या कमी थी
कनीज़ के इल्तिफ़ात ओ ख़ूबी में क्या कमी थी
ख़ालिद इक़बाल यासिर
ग़ज़ल
परवीन उम्म-ए-मुश्ताक़
ग़ज़ल
मर्द क्यूँकर कहूँ बे-इश्क़ जो होवे कोई
फ़िरक़ा उश्शाक़ में उस के तईं कहते हैं कनीज़