आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "khalish-e-hasrat-e-jaa.n"
ग़ज़ल के संबंधित परिणाम "khalish-e-hasrat-e-jaa.n"
ग़ज़ल
ब-क़द्र-ए-हसरत-ए-दिल ज़ुल्म भी ढाना नहीं आता
वो क्या तस्कीन देंगे जिन को तड़पाना नहीं आता
रशीद शाहजहाँपुरी
ग़ज़ल
ख़द्द-ओ-ख़ाल-ए-हसरत-ओ-अरमाँ बदलना है मुझे
सरहद-ए-सोज़-ए-ग़म-ए-दिल से निकलना है मुझे
जगदीश मेहता दर्द
ग़ज़ल
बद्र-ए-आलम ख़लिश
ग़ज़ल
बद्र-ए-आलम ख़लिश
ग़ज़ल
शाम तम्हीद-ए-ग़ज़ल रात है तकमील-ए-ग़ज़ल
दिन निकलते ही निकल जाती है जाँ हम-नफ़सो