आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "kho.iye"
ग़ज़ल के संबंधित परिणाम "kho.iye"
ग़ज़ल
'हातिम' किसी से अपनी मुसीबत को तू न कह
क्या फ़ाएदा जो अपना भरम मुफ़्त खोइए
शैख़ ज़हूरूद्दीन हातिम
ग़ज़ल
'ग़ालिब'-ए-ख़स्ता के बग़ैर कौन से काम बंद हैं
रोइए ज़ार ज़ार क्या कीजिए हाए हाए क्यूँ
मिर्ज़ा ग़ालिब
ग़ज़ल
ग़म की बारिश ने भी तेरे नक़्श को धोया नहीं
तू ने मुझ को खो दिया मैं ने तुझे खोया नहीं