आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "leak"
ग़ज़ल के संबंधित परिणाम "leak"
ग़ज़ल
सू लिख लिख कर परेशाँ हो क़लम लट आप कहते हैं
मुक़ाबिल ऊस के होसे न लिखेंगे गर दो लक मिसरा
क़ुली क़ुतुब शाह
ग़ज़ल
तिल तिरे रखते हैं जागा तीन लक प्यादे की आज
चक तिरे करते हैं दा'वा चार लक असवार का