आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "maahir"
ग़ज़ल के संबंधित परिणाम "maahir"
ग़ज़ल
उस की बाज़ी उस के मोहरे उस की चालें उस की जीत
उस के आगे सारे क़ादिर माहिर शातिर कुछ भी नहीं
दीप्ति मिश्रा
ग़ज़ल
अकबर इलाहाबादी
ग़ज़ल
मिरे जज़्ब-ए-दिल को 'माहिर' कोई क्या समझ सकेगा
मिरी शाइरी की हद से अभी दूर है ज़माना