आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "maidaa"
ग़ज़ल के संबंधित परिणाम "maidaa"
ग़ज़ल
लज़्ज़त हनूज़ माइदा-ए-इश्क़ में नहीं
आता है लुत्फ़-ए-जुर्म-ए-तमन्ना सज़ा के ब'अद
मौलाना मोहम्मद अली जौहर
ग़ज़ल
नज़ीर अकबराबादी
ग़ज़ल
क्या कीजे चुन के माएदा-ए-दिल को लख़्त लख़्त
तेरा ही तीर सीने में जब मेहमाँ न हो
मौलाना मोहम्मद अली जौहर
ग़ज़ल
सफ़ेद-ओ-सुर्ख़ है ऐसी रंगत कि जब बना होगा उस का पुतला
मिलाया होवेगा उस में साने' ने मैदा आधा शहाब आधा