आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "meer ki ghazal goi ek"
ग़ज़ल के संबंधित परिणाम "meer ki ghazal goi ek"
ग़ज़ल
मो'तरिफ़ हम भी हैं 'मुस्लिम' की ग़ज़ल-गोई के
साफ़ बंदिश है मज़ामीन हैं प्यारे कितने
मुस्लिम मलेगाँवी
ग़ज़ल
कई दिन सुलूक-ए-विदा' का मिरे दरपय-ए-दिल-ए-ज़ार था
कभू दर्द था कभू दाग़ था कभू ज़ख़्म था कभू वार था