आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "missile"
ग़ज़ल के संबंधित परिणाम "missile"
ग़ज़ल
वो सब मीज़ाइल ये सारे एटम बस इक क्रोना की मार निकले
अब ऐसे आलम में देख लें सब कि चीन कैसे डटा हुआ है
असलम गुरदासपुरी
ग़ज़ल
वो सब मीज़ाइल ये सारे एटम बस इक कोरोना की मार निकले
अब ऐसे आलम में देख लें सब कि चीन कैसे डटा हुआ है
असलम गुरदासपुरी
ग़ज़ल
ये मीज़ाइल की दुनिया है न दंगल है न रन कोई
लड़ाई हो तो अब घर से कहाँ रुस्तम निकलता है
अहमद कमाल हशमी
ग़ज़ल
चोरी चोरी हम से तुम आ कर मिले थे जिस जगह
मुद्दतें गुज़रीं पर अब तक वो ठिकाना याद है
हसरत मोहानी
ग़ज़ल
तमाम इल्म ज़ीस्त का गुज़िश्तगाँ से ही हुआ
अमल गुज़िश्ता दौर का मिसाल में मिला मुझे
मुनीर नियाज़ी
ग़ज़ल
मिरे ताइर-ए-नफ़स को नहीं बाग़बाँ से रंजिश
मिले घर में आब-ओ-दाना तो ये दाम तक न पहुँचे