आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "parcha"
ग़ज़ल के संबंधित परिणाम "parcha"
ग़ज़ल
उदास मत हो मियाँ है ये इम्तिहान-ए-ज़ीस्त
इस इम्तिहान में परचा ख़राब होता है
दीपक प्रजापति ख़ालिस
ग़ज़ल
अबू लेवीज़ा अली
ग़ज़ल
रोज़-ओ-शब के हाल का लिखता था परचा रोज़-ओ-शब
कातिब-ए-आमाल मेरी डेवढ़ी का हरकारा था
हैदर अली आतिश
ग़ज़ल
फ़ज़्ल ने अल्लाह के उस को दिया उम्र भर
इज़्ज़त-ओ-हुर्मत के साथ पारचा ओ आब-ओ-नाँ
नज़ीर अकबराबादी
ग़ज़ल
बुरा हो बद-गुमानी का वो नामा ग़ैर का समझा
हमारे हाथ में तो परचा-ए-अख़बार था क्या था