आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "sehre"
ग़ज़ल के संबंधित परिणाम "sehre"
ग़ज़ल
ताज़ा फिर दानिश-ए-हाज़िर ने किया सेहर-ए-क़दीम
गुज़र इस अहद में मुमकिन नहीं बे-चोब-ए-कलीम
अल्लामा इक़बाल
ग़ज़ल
मचलती है मिरे आग़ोश में ख़ुशबू-ए-यार अब तक
मिरी आँखों में है इस सेहर-ए-रंगीं का ख़ुमार अब तक
अहमद नदीम क़ासमी
ग़ज़ल
अहमद हुसैन माइल
ग़ज़ल
सेहर है मौत में 'मुनीर' जैसे है सेहर-ए-आइना
सारी कशिश है चीज़ में अपनी नज़ीर के सबब
मुनीर नियाज़ी
ग़ज़ल
ये 'सय्यद' ख़्वाब से तर्शे हुए नाज़ुक हसीं पैकर
नुक़ूश-ए-रश्क-ए-सेहर-ए-सामरी में अक्स किस का है
सय्यद शकील दस्नवी
ग़ज़ल
इक सेहर-ए-शबिस्ताँ है ये फ़न्न-ए-जहाँ-रानी
दुनिया है कि सोती है जादू है कि चलता है
नुशूर वाहिदी
ग़ज़ल
सेहर-ए-गोयाई के किस दश्त का फ़ैज़ान है ये
हर सुख़न लब से तिरे सूरत-ए-आहू निकला